सोयी नहीं हूँ में सुला दो माँ

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सोयी नहीं हूँ में सुला दो माँ,
आ जाओ मुझे लोरी सूना दो माँ,
अश्क मेरी आँखों में जम से गया है,
कर के दिल पे जब्बर मुझे रुला दो माँ,
देखो कितनी बे-तरीब हो गयी है ज़िन्दगी,
बिखरे है मेरे बाल बना दो माँ…..

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